AI पर लाखों डॉलर खर्च कर रहा है Apple, रोजाना दे रहा है ट्रेनिंग- जानिए कंपनी की किन चीज़ों में करेगा मदद
Apple is working on AI Model: जेनेरिक एआई की दौड़ तेज होने की वजह से एप्पल कथित तौर पर कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड मॉडल बनाने में रोजाना लाखों डॉलर खर्च कर रहा है. जानिए किन चीज़ों में करेगा मदद
Apple is working on AI Model: Artificial Intelligence इन दिनों बड़ी चर्चाओं में चल रहा है. ये इंसान के हर मुश्किल से मुश्किल सवाल का जवाब देता है. एप्पल ने खुलासा किया है कि वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) को ट्रेन करने के लिए रोजाना उस पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है. जेनेरिक एआई की दौड़ तेज होने की वजह से एप्पल कथित तौर पर कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड मॉडल बनाने में रोजाना लाखों डॉलर खर्च कर रहा है.
द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेक दिग्गज कई टीमों में कई एआई मॉडल पर काम कर रही है. रिपोर्ट में बुधवार देर रात कहा गया, "इसका एक लक्ष्य ऐसा फीचर डेवलप करना है, जो आईफोन ग्राहकों को ऑटोमेटिकली मल्टीटास्क करने के लिए सरल वॉयस कमांड का यूज करने की मंजूरी देता है."
AI करेगा अब iPhone को कंट्रोल
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह तकनीक यूजर्स को अपने फोन पर सिरी वॉयस असिस्टेंट को उनकी तरफ से ली गई आखिरी पांच तस्वीरों का यूज करके GIF बनाने और इसे एक दोस्त को टेक्स्ट करने के लिए कहने की मंजूरी दे सकती है. वर्तमान में, एक आईफोन यूजर्स को पर्सनल एक्शंस को मैन्युअल रूप से प्रोग्राम करना पड़ता है.
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एप्पल के AI प्रमुख जॉन गियानंद्रिया ने चार साल पहले संवादी एआई विकसित करने के लिए एक टीम के गठन को अधिकृत किया था, जिसे बड़े-भाषा मॉडल के रूप में जाना जाता है. यह चैटजीपीटी के अस्तित्व में आने से बहुत पहले की बात है.
200 बिलियन से ज्यादा पेरामीटर्स पर किया गया ट्रेन
एक चैटबॉट पर काम चल रहा है, जो "एप्पल केयर का यूज करने वाले ग्राहकों के साथ बातचीत करेगा" जबकि दूसरा सिरी के साथ मल्टीस्टेप काम को स्वचालित करना आसान बना सकता है. सूत्रों का हवाला देते हुए रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल का सबसे एडवांस एलएलएम, जिसे आंतरिक रूप से अजाक्स जीपीटी के रूप में जाना जाता है, उसे "200 बिलियन से ज्यादा पेरामीटर्स" पर ट्रेन किया गया है और यह OpenAI के GPT-3.5 से ज्यादा पावरफुल है.
टेक दिग्गज ने अभी तक रिपोर्ट पर टिप्पणी नहीं की है. ऐप्पल के सीईओ टिम कुक ने पिछले महीने खुलासा किया था कि टेक दिग्गज वर्षों से जेनरेटिव एआई और अन्य मॉडलों पर काम कर रहा है. कुक ने कहा कि ऐप्पल एआई और मशीन लर्निंग (एमएल) को मौलिक कोर प्रौद्योगिकियों के रूप में देखता है. कुक ने सीएनबीसी को बताया, "और वे वस्तुतः हमारे द्वारा बनाए गए हर उत्पाद में अंतर्निहित हैं." कुक के हवाले से कहा गया, "अनुसंधान के आधार पर, हम वर्षों से जेनरेटिव एआई सहित एआई और मशीन लर्निंग पर शोध कर रहे हैं."
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11:09 AM IST